डिअर टीचर, जीवन में कुछ चीजे कुछ सिखाने के लिए होती है, कुछ पल खुल के जीने के लिए होते है। जब आप ने हमे समझाया तो हम समझे नहीं, आज सोचते हैं कि उस वक्त आप को क्यों समझे नहीं। लिखना पढ़ना सब आप ने सिखाया, शब्दों का मतलब सब आप ने समझाया। बस एक बात बताना भूल गए आप, जीवन जीना सिखाना भूल गए आप। आप की डाट और मार बहुत खाई है, उस वक्त तो गुस्सा बहुत आई थी। आज जब खुद उस जगह खड़े है, आप की बातें अब समझ आई हैं। ©Ashish Yadav #DearTeacher