White ग़ज़ल दिल लगाने से क्या भला हो गया मैं तो कहता हूंँ ये कि बुरा हो गया आज उसको न जाने ये क्या हो गया वो तो हर ऐक से ही खफा हो गया सच जो मैंने कहा उसपे भारी पड़ा मुझसे मेरा दुलारा जुदा हो गया कल जो उनकी नज़र में जफाकार था आज कैसे वही बेवफा हो गया याद उसकी सताने लगी आज फिर मुद्दतों से जो मुझसे जुदा हो गया जो भी आंखों का तारा रहा कल तलक आज ऐसा भी क्या बदनुमा हो गया बात कुछ भी न थी ये अचानक हुआ बस ज़रा देर में क्या से क्या हो गया बात कुछ तो अजब लग रही है मुझे गाँव मेरा बड़ा ख़ुशनुमा हो गया मुद्दतों बात "हरदीन" से होती रही दिल जो उससे लगाया बुरा हो गया ©CHOUDHARY HARDIN KUKNA #Emotional_Shayari लाइफ कोट्स