क्यों??.... जब तुम्हें चाहिए,बिना कभी किसी से छूटी हुई स्त्री .... फिर चाहे,वो दोस्ती में किसी से छूट कर..... इतनी दूर आई हो??.... किसी से दुश्मनी में छूटकर,इतनी दूर आई हो??..... या फिर,किसी से प्रेम में छूटकर.... इतना दूर लंबा सफ़र तय करके आई हो.... अगर तुम नहीं देख ,सुन सकते ,अगर तुम नहीं अपना सकते ..... उसका वो अतीत,तो तुम ये बताओ??? कि ,तुम क्यूं भला???..... किसी और को छोड़कर ,या छूटकर.,इतना लंबा सफ़र तय करके आए हो??... वो भी तो ,तुम्हारे जैसे ही इंसान ही है??.... और तुम भी एक इंसान ही हो,तो फिर क्यों???...... उनके साथ ऐसा पक्षपात कर जाते हो??...... जब वो तुम्हें तुम्हारा अतीत अपनाकर ,तुम्हें अपना रही है,,तो फिर ..... तुम क्यों भला??उन्हें ऐसी सज़ा दे जाते हो...... विवाह के बाद ,जब कभी तुम दोनों के बीच,,कुछ अनबन सी हो जाती है.... तो तुम क्यों?? उसे उसके अतीत को लेकर,ताने पे ताने मारते जाते हो???.... जब तुम्हें चाहिए ,बिना कभी किसी से छूटी हुई स्त्री ..... तो तुम क्यों भला?? किसी और को छोड़कर ,इतना लंबा सफ़र तय करके.... यहां तक आए हो??.... ©purvarth #apart #वीमेन