वो जो रोशनी के सुतून थे । वो चिराग है सब बुझे हुये । यहां कोन आखिर लिखेगा सच, ये कलम है सारे बीके हुये । खबर तो एक जैसी ही थी मगर, कुछ इस तरहा से दिखाया गया । कही लोग हैं कुछ फँसे हुये, कही लोग हैं कुछ छुपे हुए. #markazdelhi #dalalmedia