कोई कहें मन्दिर न जाओ सिर्फ स्कुल जाओ रूपये पैसे नहीं सिर्फ फुल चढ़ाओ तब भी न जगे अब तो जाग जाओ अब भी न पढ़ें तो फिर नेता बन जाओ... (कवि संदीप बाढ़ड़ि) #शायरी#कविता