महिला सशक्तिकरण के नारे लगा कर, विद्रोह का डंका बजाने वाली। बराबरी एवं समानाधिकर के नाम पर, बोतल और सुट्टा गटकने वाली। दहेज उत्पीड़न की आड़ में, भोले भाले लोगों को ठगने वाली। ये लड़कियां नहीं लोमड़ियां हैं जनाब, समाज को ज़िंदा नरक बनाने वाली।। मैं खुद एक महिला हूं और अपने आसपास रोज़ कितनी ही महिलाओं को लोमड़ी बनते देखती हूं। 😓😪 । । । शब्द :- सशक्तिकरण, विद्रोह, बोतल। । ।