जब भी बाहर जाती हूँ सबकी नज़रों में आती हूँ जो कुछ अपनी नज़रे उठाके चलूँ गलत लड़की कही जाती हूँ क्योंकि मैं लड़की हूँ, बचपन अधिकतर ऐसे बिताती हूँ मनचाहे हाथों में जाती हूँ जो उम्र मेरे खलने की होती उस उम्र में खुद खिलौना बन जाती हूँ क्योंकि मैं लड़की हूँ, यौवन में जो कदम बढ़ाती हूँ पग पग डगमगाती हूँ सफलता जो जल्द ही हासिल कर लूँ नज़रों में सबकी चरित्रहीन बन जाती हूँ क्योंकि मैं लड़की हूँ, जो चुप रहूं तो कमजोर कही जाती हूँ जो बोल दूँ तो मुँह फट कहलाती हूँ स्वाभिमान मेरा कुछ नहीं दूसरों के अहम् का शिकार हो जाती हूँ क्योंकि मैं लड़की हूँ, इस जहाँ में मैं सम्मानीय मानी जाती हूँ माँ बहन हर रूप में जो पाई जाती हूँ अपशब्द रहते तुम्हारी ज़ुबान पर मगर असलियत में उन शब्दों द्वारा मैं कोसी जाती हूँ क्योंकि मैं लड़की हूँ, #YQbaba #YQdidi Little inspired from Sneha Dewani D 😇😇 TY #Kyuki_main_ladki_hun Best of YourQuote Poetry #iwrite4change