“गरीब की आवाज़" भेड़ की उन कोई नहीं छोड़ता जो कमज़ोर है उसका हर कोई शोषण करता समाज भी पिछड़े कुचले को दबाता उनकी आवाम को आवाज़ नहीं मिलता सरकार भी उनको सिर्फ़ वोट बैंक समझता क्या कोई भी इनके हित के लिए काम करता अब ख़ुद ही उनको अपना ढाल बनना होगा अपने आत्मसम्मान के लिए स्वयं आवाज़ बनना होगा उक्ति प्रयोग: भेड़ की उन कोई नहीं छोड़ता अर्थ: गरीब का हमेशा शोषण होता है #rztask377 #rzलेखकसमूह #restzone #rzhindi #yqdidi #collabwithrestzone