अपेक्षा रखते रखते एक समय ऐसा आता है आप उपेक्षित महसूस करने लगते है और फिर आपको अपने भीतर कुछ टूटने की आवाज आती है जिसे सिर्फ आप सुन सकते हैं, टूटता है आपका आत्मविश्वास, औरों पर भरोसा, और अंत में आपका दिल । फिर आप शून्य को ताकते रह जाते है। शायद इसीलिए कहा गया है की किसी भी चीज या किसी भी व्यक्ति से अपेक्षा मत रखो । अपेक्षाएं होती ही है टूटने के लिए ।। ©Siddharth #Expectations