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क्या गजब का दिन था वो जब हम दोनो की सगाई थी मेह

क्या  गजब का दिन था वो 
जब हम दोनो की सगाई  थी
मेहंदी वाले हाथो मे
अंगूठी तुमने पहनाई थी|

हर तरफ ख़ुशी का आलम था
और मै कितना मुसकाई थी
मेरे होठो की हंसी की छाया
तुम्हारे होठो पर छाई थी|

तुम भी कुछ-कुछ शरमाए थे
मै भी कुछ-कुछ घबराई थी
पर एक दूजे पर विश्वास रखे
हमने वो रसम निभाई थी|

दस साल हुए उस बात को अब
जब हम दोनो की सगाई थी
मेहंदी वाले हाथो मे 
अंगूठी तुमने पहनाई थी|

                            -पूजा

©Pooja Saini #sagai
क्या  गजब का दिन था वो 
जब हम दोनो की सगाई  थी
मेहंदी वाले हाथो मे
अंगूठी तुमने पहनाई थी|

हर तरफ ख़ुशी का आलम था
और मै कितना मुसकाई थी
मेरे होठो की हंसी की छाया
तुम्हारे होठो पर छाई थी|

तुम भी कुछ-कुछ शरमाए थे
मै भी कुछ-कुछ घबराई थी
पर एक दूजे पर विश्वास रखे
हमने वो रसम निभाई थी|

दस साल हुए उस बात को अब
जब हम दोनो की सगाई थी
मेहंदी वाले हाथो मे 
अंगूठी तुमने पहनाई थी|

                            -पूजा

©Pooja Saini #sagai
poojasaini9640

Pooja Saini

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