एक पुरानी कहानी बार बार बेचता रहता हूं आग बुझ चुकी कब की मैं सेंकता रहता हूं पतंग कट के कब से हवा में हवा हो गयी अब चुभ रहा जो मांझा मैं लपेटता रहता हूं सुना के हीरा रांझा,लैला मजनू की कहानियां मैं नफरतो के शहर में प्यार बेचता रहता हूं, यह सोच कर की कोई तो सही दाम देगा बेईमानो की बस्ती में ईमान बेचता रहता हूं #vishalvaid #yqdidi #yqbaba #life #lifequotes #lifelessons #कहानी #बईमान