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ये अनथक प्रतीक्षा कठिन हो गयी है। हृदय की समीक्षा

ये अनथक प्रतीक्षा कठिन हो गयी है।
हृदय की समीक्षा कठिन हो गयी है।
मुहब्बत है या ये सितम जिन्दगी का,
प्रिये ये परीक्षा कठिन हो गयी है।
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विनोद साँवरिया कठिन हो गयी है  ....
ये अनथक प्रतीक्षा कठिन हो गयी है।
हृदय की समीक्षा कठिन हो गयी है।
मुहब्बत है या ये सितम जिन्दगी का,
प्रिये ये परीक्षा कठिन हो गयी है।
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विनोद साँवरिया कठिन हो गयी है  ....