White चंद साँसों की सलामी देकर न जाने कहा निकल गई जिंदगी अब तो चारो तरफ धूल का गुबार है और जिंदगी का कोई निशन तक नहीं दिख रहा हैँ ©Parasram Arora धूल का गुबार