मतला और इक शे'र ●●●●●●●●●●● बहर/अरकान- फ़ेलुन- फ़ेलुन- फ़ेलुन- फ़ेलुन वज़्न- २२ - २२ - २२ - २२ ●●●●●●●●●●● चराग़ से बनती भी नहीं है, अपनों से मुझे डर लगता है। मैं जिन्दा हूँ या मर जाऊं, कौन सा तुम्हें फ़र्क पड़ता है।। ~~क्षितिज रस्तोगी ©Kshitij rastogi #nayasher #charag #ishq #lovequotes #keepfollowing #keepfollowmeonNojoto #keepfollowmeonmirakkee