मैंने दिल से तुम्हें चाहा, मुमताज़ बनाके, मैं कहाँ से दूँ, तुम्हें ताजमहल बनाके, तुमसे नेह लगाकर अपना दिल गया हार, मेरा दिल ही है, मेरे प्रणय का उपहार। #प्रणय_की_उपहार_काव्य_संगीत 🎑काव्य संगीत प्रतियोगिता 09 में आपका स्वागत करता है। आप 25 - 30 शब्दों में अपनी सराहनीय श्रेष्ठ उत्कृष्ट अनुपम उत्तम रचना लिखें।📃 #काव्य_संगीत 👤आपका दिन शुक्रवार शुभ रहे।🦚 👉 हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ अभी से 🎇 #yqdidi #yqbaba 👉मौलिक रचना लिखें, वो भी भारतीय भाषा में, और रचना की प्रत्येक पंक्ति में सिर्फ़ 01-12 शब्दों हीं प्रयोग करें।