कदम दर कदम बढ़ता जा, इतिहास अपना गढ़ता जा, ना लगा छलाँग कभी, बस एक-एक सीढ़ी चढ़ता जा। एक दिन तेरी ऊँचाई देखकर, जनता खुशी से झूमेगी, तू ख़ुद लिखेगा अपनी तक़दीर, सफलता कदम चूमेगी। बस इतना कोशिश करना, कभी अहम ना मन में लाना, शीर्ष स्थानों पर बैठकर, अपनी औकात भूल ना जाना। सफलता के मद्य में चूर होकर, कल को भूल जाओगे, संभाल ना सके ख़ुद को तो, पुनः धरती पर ही आओगे। # fairchallenge 9 📌दिये हुए विषय पर अपनी स्वयं की श्रेष्ठ रचना लिखिए। 📌रचना सिर्फ 6 से 8 पंक्तियां में होनी चाहिए। 📌अपनी रचना मे #gurumasdisciple टैग लगाकर पोस्ट करें।