अधूरा सच मुझे टुकड़ो में मिला है इश्क़ मेरा। कोई ख्याल रखता है,कोई ख्याल बन गया। कभी मुकम्मल हुई न दिल की आरजू निर्भय। कभी दिल की हालत न ठीक थी।कभी हालात मेरे।। मेरा सच बुरा हो सकता है, पर मेरी शख्शियत में झूठ नही।। तुम्हारे बस की बात नही है, निर्भय होना, जैसे बरगद।ठूंठ नही? #AdhuraSach