तुम कभी भी इसे ना समजो पागलपंती, ये तो मैंने तुम्हारे खातिर कुछ लिखी हुई थी दो - चार पंक्ति. तू इसे ना समझे, तो ये एक गजल है. और तु समजे तो, एक मासूम सी मेरी एकतर्फी प्रेमकहानी है. उसमे राजा भी है और राणी भी, लेकिन दोनों को मिलने की इजाजत ही नहीं है 🤐😣💝-Pravin suresh pawar(psp). #please don't hate me, because I love you 💝