अफ़साना उसने हमें अफसाना बना दिया अपनी किताबों में... हम दब गये उसके दिल के तहखानों में... तब वो बदले थे,अब हम बदलेंगे और move on कर जायेंगे अपने जमाने में... -सुशील कुमार #afsana #dastan