#OpenPoetry तेरी यादों का मुझसे खेलना... ..क्या कमाल है ना जान-ए-जां मेरे इस गम इस तड़प... ..इस बिछड़न का कोई तुम्हे मलाल है क्या जान-ए-जां और आंखों में कुछ आ फसा है.. के इन आखों में ज़रा सा कुछ आ फसा है.. ...पर कमबख्त इसे मै पौंछ नहीं सकता... ..तुम्हारी ख़ुशबू वाला एक ही तो रूमाल है वो जान-ए-जां... और ना.....ना ये आंसू किसी ख़ूं के नहीं .. .सिर्फ तुम्हारी यादों का गुलाल है ये जान-ए-जां #Nojoto #Hindi #Aansu #Ishq #Shayari #Yaadein #Gam #Gulal