आज उड़ते उड़ते नील गगन से एक चिठ्ठी , मेरे नाम आयी है , साथ में अपने कुछ ठंडी हवा के झोके , कुछ सर्द , कुछ गुनगुनी , चुरा कर इंद्रधनुष के रंग लायी है , रूखे से होंठो पर जैसे कोई प्यास लायी है , मायूस से इस चेहरे की मुस्कान लायी है , स्याह पड़े इस आँखों के घेरे , फिर से इन् आँखों में उम्मीद का उजाला लायी है , आज उड़ते उड़ते नील गगन से एक चिठ्ठी , मेरे नाम आयी है , बंजर सी इस दिल की जमीं पर , जैसे बारिश की बुँदे लायी है , पतझड़ के इस मौसम में जैसे , सावन की हरियाली सी छायी है , फुट रही है जैसे नयी कलियाँ सी दिल में , मेरे नाम नए रिश्ते का पैगाम लायी है , आज उड़ते उड़ते नील गगन से एक चिठ्ठी , मेरे नाम आयी है | #नए #रिश्ते आज उड़ते उड़ते नील गगन से एक चिठ्ठी , मेरे नाम आयी है , साथ में अपने कुछ ठंडी हवा के झोके , कुछ सर्द , कुछ गुनगुनी , चुरा कर इंद्रधनुष के रंग लायी है , रूखे से होंठो पर जैसे कोई प्यास लायी है , मायूस से इस चेहरे की मुस्कान लायी है ,