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जब ईवीएम ही जिता दे तो जनता से क्यू वोट लेना, देश

जब ईवीएम ही जिता दे तो जनता से क्यू वोट लेना,
देश का मुसलमा तो एक बहाना है
अब इस से जादा कुछ नहीं इस सियासत के लिए//१

जब ले ही लिया है इनको*हाशिए पे रहनुमाओं के इशारे पर
अब,इससे जादा कुछ नहीं इस*निजामत के लिए//२
*निशाना*संगठन

चढा दिए देश में हिंदू_मुसलमा*सलीब पर 
राख भी बुझी है,शबेगम पर छेड़े हैं,तराने
 अब इससे जादा कुछ नही पास इस*खिराजे अकीदत के लिए//३
*सूली*रात के दर्द*गाना*श्रद्धांजलि

फूलों संग हुआ है बलात्कार*सियाह हो गए
*दिले रहनुमा*अदल करता नही कोई,
अब इससे जादा कुछ नहीं इस*फजीहत के लिए//४
*काले*नेताओ के दिल*न्याय*बदनामी

गंगा जमुनी प्यार क्या है*अजाब का चलन या 
*सवाब की है समाधि,कौन है हकीम यहाँ ,हम सबको है*व्याधि
अब,इससे जादा कुछ नही इस *विरासत के लिए//५
*पुन्य*पाप*बीमारी*धरोहर

*हरासा हिंद खुदी को ढूंढता है*अमन की तलाश में
,खुद का इतिहास बन गया जिंदा रहके
अब,इससे जादा कुछ नही इस हकूमत के लिए//६
 *हैरान*शांति*शासन 

शमा जिंदगी जुआ बन गई है,शय क्या और,मात क्या है
धार पर लगे हुए है हम आपस में इक दूजे को खोने_हराने,
अब इससे जादा कुछ नही इस*गिरावट के लिए//७

#ShamawritesBebaak ✍️

©shama writes Bebaak जब ईवीएम ही जिता दे तो जनता से क्यू वोट लेना,देश का मुसलमा तो एक बहाना है इस से जादा कुछ नहीं इस सियासत के लिए//१

जब ले ही लिया है अब इनको*हाशिए पे रहनुमाओं के इशारे पर,इससे जादा कुछ नहीं इस*निजामत के लिए//२
*निशाना*संगठन

चढा दिए देश में हिंदू_मुसलमा*सलीब पर 
राख भी बुझी है,शबेगम
पर छेड़े हैं,तराने अब इससे जादा कुछ नही पास इनके *खिराजे अकीदत के लिए//३
जब ईवीएम ही जिता दे तो जनता से क्यू वोट लेना,
देश का मुसलमा तो एक बहाना है
अब इस से जादा कुछ नहीं इस सियासत के लिए//१

जब ले ही लिया है इनको*हाशिए पे रहनुमाओं के इशारे पर
अब,इससे जादा कुछ नहीं इस*निजामत के लिए//२
*निशाना*संगठन

चढा दिए देश में हिंदू_मुसलमा*सलीब पर 
राख भी बुझी है,शबेगम पर छेड़े हैं,तराने
 अब इससे जादा कुछ नही पास इस*खिराजे अकीदत के लिए//३
*सूली*रात के दर्द*गाना*श्रद्धांजलि

फूलों संग हुआ है बलात्कार*सियाह हो गए
*दिले रहनुमा*अदल करता नही कोई,
अब इससे जादा कुछ नहीं इस*फजीहत के लिए//४
*काले*नेताओ के दिल*न्याय*बदनामी

गंगा जमुनी प्यार क्या है*अजाब का चलन या 
*सवाब की है समाधि,कौन है हकीम यहाँ ,हम सबको है*व्याधि
अब,इससे जादा कुछ नही इस *विरासत के लिए//५
*पुन्य*पाप*बीमारी*धरोहर

*हरासा हिंद खुदी को ढूंढता है*अमन की तलाश में
,खुद का इतिहास बन गया जिंदा रहके
अब,इससे जादा कुछ नही इस हकूमत के लिए//६
 *हैरान*शांति*शासन 

शमा जिंदगी जुआ बन गई है,शय क्या और,मात क्या है
धार पर लगे हुए है हम आपस में इक दूजे को खोने_हराने,
अब इससे जादा कुछ नही इस*गिरावट के लिए//७

#ShamawritesBebaak ✍️

©shama writes Bebaak जब ईवीएम ही जिता दे तो जनता से क्यू वोट लेना,देश का मुसलमा तो एक बहाना है इस से जादा कुछ नहीं इस सियासत के लिए//१

जब ले ही लिया है अब इनको*हाशिए पे रहनुमाओं के इशारे पर,इससे जादा कुछ नहीं इस*निजामत के लिए//२
*निशाना*संगठन

चढा दिए देश में हिंदू_मुसलमा*सलीब पर 
राख भी बुझी है,शबेगम
पर छेड़े हैं,तराने अब इससे जादा कुछ नही पास इनके *खिराजे अकीदत के लिए//३

जब ईवीएम ही जिता दे तो जनता से क्यू वोट लेना,देश का मुसलमा तो एक बहाना है इस से जादा कुछ नहीं इस सियासत के लिए//१ जब ले ही लिया है अब इनको*हाशिए पे रहनुमाओं के इशारे पर,इससे जादा कुछ नहीं इस*निजामत के लिए//२ *निशाना*संगठन चढा दिए देश में हिंदू_मुसलमा*सलीब पर राख भी बुझी है,शबेगम पर छेड़े हैं,तराने अब इससे जादा कुछ नही पास इनके *खिराजे अकीदत के लिए//३ #Shayari #gazal #nojotohindi #nojototeam #shamawritesBebaak #Morivationals