तुमसे ही ज़िन्दगी में हर एक मुसर्रत है। तुम से ही सुकून तुम से ही मोहब्बत है। खूबसूरत नज़ारे हैं महकती फ़िजायें हैं! तुम हो तो चाँदनी,तुमसे ही मुरब्बत है। मैं फुर्कत में तेरी रेगिस्तान हो जाता हूँ! क़दम भर चल नहीं पाने की ग़ुरबत है। क़िस्मत वाले ही होते हैं इश्क़ में फ़ना! इश्क़ फ़क़त इश्क़ नहीं ये तो क़ुर्बत है। ये चाहत राजस्थान की जलवायु सी! मानसून सी तुम बस तेरी ही तुर्बत है। बिखरता आशियाँ बच गया तो मानो! 'पंछी' तुझ पे तो ख़ुदा की बरक़त है। तुमसे ही ज़िन्दगी में हर एक मुसर्रत है। तुम से ही सुकून तुम से ही मोहब्बत है। 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 खूबसूरत नज़ारे हैं महकती फ़िजायें हैं! तुम हो तो चाँदनी,तुमसे ही मुरब्बत है। 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 मैं फुर्कत में तेरी रेगिस्तान हो जाता हूँ! क़दम भर चल नहीं पाने की ग़ुरबत है।