Nojoto: Largest Storytelling Platform

इन सूनी राहों पर, न जाने क्यूं भटकता हूं, हर पल हर

इन सूनी राहों पर, न जाने क्यूं भटकता हूं,
हर पल हर क्षण मैं बेचैन रहता हूं।
किसी के आने का मैं यहां इंतजार करता हूं
न जाने कब मिलेगा वह मुझे,
बुलाया बार-बार करता हूं।


कवयित्री सुनीता प्रजापत #इन सूनी राहों पर
इन सूनी राहों पर, न जाने क्यूं भटकता हूं,
हर पल हर क्षण मैं बेचैन रहता हूं।
किसी के आने का मैं यहां इंतजार करता हूं
न जाने कब मिलेगा वह मुझे,
बुलाया बार-बार करता हूं।


कवयित्री सुनीता प्रजापत #इन सूनी राहों पर

#इन सूनी राहों पर #शायरी