कितनी हसी मोहब्बत है मेरी, जो बस तनहाई मेहि याद आती है। यू तो लूट जाता हु मै, हर बार इसपे। पर ए कंबकत , हर बार मुझे हि लूट लेती है। कितनी हसी मोहब्बत है मेरी, जो बस तनहाई मेहि याद आती है। खिलोना समझ हर बार, हर कोई खेल जाता है। क्योकि खिलोना बन , तूट जाणे कि आदत हमारी, आज भी है। कितनी हसी मोहब्बत है मेरी, जो बस तनहाई मेहि याद आती है। #NojotoQuote