जब दिल परेशान रहता है कुछ समझ नहीं आता है, सहसा कोई पीठ पर हांथ रखे तो सुकून मिलता है। जब ज्येष्ठ की दोपहरी हो और गरमी अति गहरी हो, पेड़ का शीतल छाया मिल जाए तो सुकून मिलता है। प्यासा जब पानी पीता है और भूखा भोजन करता है, जब कोई दिल से दुआ करता है तो सुकून मिलता है। जब किसी मूक निर्दोष निरीह प्राणी की रक्षा करते हैं दुआ भरी निगाहों से देखता है तो सुकून मिलता है। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫Collab with रचना का सार...📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को तृतीय प्रतियोगिता में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 4-8 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा। 💫 प्रतियोगिता ¥3:- सुकून मिलता है