Nojoto: Largest Storytelling Platform

बंद खिड़कियां सपनों की मैं खोलता रहा मन अपनों का म

बंद खिड़कियां सपनों की मैं खोलता रहा मन अपनों का मैं टटोलता रहा 
झूठी थी अदालत झूठे थे वकील सारे 
फिर भी मैं गीता पर हाथ रखकर
 सच बोलता रहा सच बोलता रहा

#ExamsOfLife #Truth
mati9021197859280

parveen mati

New Creator

बंद खिड़कियां सपनों की मैं खोलता रहा मन अपनों का मैं टटोलता रहा झूठी थी अदालत झूठे थे वकील सारे फिर भी मैं गीता पर हाथ रखकर सच बोलता रहा सच बोलता रहा #ExamsOfLife #Truth #ज़िन्दगी

57 Views