क्या कहती है ज़रा तवज़्ज़ो हो!! की तुम ना आओ तेरी एक चाहत की मुस्कान ही महकती है! हर एक शब के बाद एक नयी चिड़िया चहकती है! तेरा हर बूंद धरती पर गिर जाती है! पर मेरी चाहत उस चातक सी बढ़ती जाती है!!!! #hindi #yqbaba #yqbabaquotes #yqbabathoughts #YourQuoteAndMine Collaborating with Indrina Amrita #मुसाफ़िर की कलम #sjatt1401