रवि किरण टकरा माथे से चली नई दिशा दिखाने। चलती किरणों के संग चलूं नई राह तलाशने। भोर पीली किरणों ने सिख दे गई नई राह चलने की भोर खेतों के तट पर बैठे निहारु उजली किरणों का सौंदर्य । पीली उजली किरणों के संग खेलती पंछियों का दृश्य। खेतो के तट पर मेंढको का टर्र-टर्र की मधुर ध्वनि । भोर रविकिरणों के संग गुनगुनाती मनोरम संगम है। मानव प्रकृति को नई खुशबु की राह दिखाती है। खेतो के धान पीली रंग में गुमसुम मौन अवस्था मे है। जहां उनके जीवन की अंतिम सांसों के संग जी रहे है। पीली जीवन की अंतिम सांस के साथ गुनगुनाना महान है। इसी प्रक्रिया के साथ मानव जीवन की राह चलती है। मानव इसमे दुखो का पहाड़ लिए फिरता चलता है। पीली रंग के संग गुनगुनाना धान की बहादुरी महान है। -ब्रामन कड़ती ©Braman Kadti रविकिरणो की सीख #Sunrise