प्रेम का होना दो लोगों की भावनाएं हैं पर प्रेम का मन के एक हिस्से में रह जाना बहुत ही व्यक्तिगत भावना है....! ©पूर्वार्थ #प्रीत_के_रंग_में_रंग_कर