#तेजाब मायूसी से हर शिकस्ता दिलों का हारना भी तय है,के हरगिज मायूस दिलों से खेला ना जाए......
हर्राजियां अस्मतों की हैबतें हैवानों से,खुदाया कितना दुश्वार है तेरी खलकत में बिन्त हव्वा
का जीना.....
के दौराने इब्ने आदम एक दस्त में गुल लिए रहतें है,तो दूजे में तेजाब लिए फिरते है...... @Tafizul Sambalpuri qais majaz,rangeela @Internet Jockey@yashi arora@Manzoor Alam Dehalvi #shamawritesBebaak