सुन के दास्तां मेरी वो शख्श क्यों रो पड़ा। क्या वो भी दर्दे दिल छुपाये फिरता है। अज़ल से लव खामोश थे उसके महफ़िल में।। #NojotoQuote #अज़ल से#मैं ओर उसकी यादें