तुम्हारे मौन को तुम्हारे शब्दों से मुक्ति चाहिए तुम्हारे अस्तित्व को तुम्हारे मन से मुक्ति चाहिए तुम्हारे विवेक को तुम्हारे ज्ञान से मुक्ति चाहिए और जिस दिन यह होगा वह. जीवन का महानतम दिन होगा तुम वस्तुत उस दिन जन्म लोगे ©Parasram Arora महानतम दिन.....