सबने पेड़ को ऊँचाई से नापा फुनगी तक किसी ने जड़ो को नहीं आंका सबने सिर उठा कर तने, डालियों और पत्तियों की बातें की और कांव-कांव करने वाले कौवों की जमात पर भी ध्यान दिया पर किसी की भी नज़र अपने पाँव के तले की धरती पर नहीं गई जिसके नीचे दबी होंगी जड़े नीचे, और नीचे को जाती हुई पेड़ को और भी ऊँचा उठाने के लिए #जड़ें