झांसी की रानी अपने अदम्य साहस से अंग्रेजों को ललकार रही छोटी सी मनुबाई देखो तलवार में बाजी मार रही हारी नही विरोधियों से लाख कौशिशो के बाद भी वीरांगना थी गजब की आई न किसी के हाथ भी दर -दर भटक रहे फिरंगी मनु बाई के ख़ौफ़ से कुछ को उड़ा दिया बम विस्पोट और तोफ से पीठ पर बाध दामोदर को युद्ध मे कैसे खड़ी रही स्वतंत्र कराने देश को अंतिम सांस तक अड़ी रही हिंदुस्तान ने रच दिया गजब का इतिहास रे लक्ष्मीबाई आई जब अंग्रेजी को ललकार पास रे नियत खोटी थी जिनकी नियति ने सुधार दिया 1857 का भीषण युद्ध इतिहास में उचार दिया ©SAKSHI JAIN #रानी लक्ष्मी बाई #झांसी की महारानी #steps