पहले किसी संस्थान को मेंटेनेंस के लिए धन न दिया जाए फिर उसके बाद उसके कर्मचारियों को प्रताड़ित किया जाए संसाधन के अभाव में उन्हें काम करने के बड़े-बड़े ऐसे टारगेट दिए जाएं जो जमीनी स्तर पर बिल्कुल संभव नहीं है इस तरह उस विभाग के रखवाले को प्रताड़ित करके उन्हें डराया जाए इससे वह संस्थान पूरी तरह से बर्बाद हो जाता है और आगे उसके निजी करण की संभावना बिल्कुल प्रबल हो जाती है क्योंकि जो निजीकरण का विरोध करता है यदि वही डर जाता है इसको बचाने वाला कौन होगा बिल्कुल यही समय यूपीपीसीएल का चल रहा है इसमें बड़े-बड़े षड्यंत्र प्रबंधन द्वारा विभाग को बेचने के लिए रचे जा रहे हैं अब विभाग के कर्मचारियों का यह बड़ा कठिन दौर चल रहा है कि वह किस तरह से अपने आप को बचाएं और अपने भविष्य को उज्जवल बनाएं सफलता का सिर्फ एक ही मंत्र होता है एक जुट हो जाना ©Er.Mahesh #यूनिटी #Sunrise