स्वाधीनता हम तो घात लगाके बैठे है कि अपना भी वक़्त आयेगा, अभी दुसरो को शिकार करने दो शिकारी जब्त हो जायेगा,, मेरा निशाना पक्का है एकलव्य जैसा नही पर अच्छा है, दूर खड़ी शिकार को न छेड़ो नही तो चंचल हो जायेगा,, भेदेंगे हर लक्ष्य निरास क्यों करे मन का वो प्रश्न सच्चा है, मौसम हमारे अंकुल नही है कभी भी बदली हो जायेगा,, हम तो घात लगाके बैठे है कि अपना भी वक़्त आयेगा, अभी दुसरो को शिकार करने दो शिकारी जब्त हो जायेगा,, धीरे धीरे आत्मबिस्वास पूर्णतः होती हाथो की दछता है, कर्मठ हो अगरसरवादी हो तो सफल व्यक्ति हो जायेगा,, दुसयंतता बिचारो में निहित है तो तुच्छ में भी सर्वचता है, भले तुम बिजयी न बनो तुमसे कोई बिजय न हो पायेगा,, हम तो घात लगाके बैठे है कि अपना भी वक़्त आयेगा, अभी दुसरो को शिकार करने दो शिकारी जब्त हो जायेगा,, तुम धीरज धरो न बैचैन होके साहस त्यागो तुममे बीरता है, कोटि कोटि योनिः पार कर मनुष्य हो बिफल हो जायेगा,, तनिक प्रयास करो आगे आओ लछ्य साधो क्यों डरता है, निर्भर रहो स्वंय पर चींटी की भांति रिक्त पूर्ण हो जाएगा,, हम तो घात लगाके बैठे है कि अपना भी वक़्त आयेगा, अभी दुसरो को शिकार करने दो शिकारी जब्त हो जायेगा,, #सेल्फकॉन्फिडेंस