बेटी की पुकार"😥 मम्मा पापा कब आएंगे?? बेटा साँझ तक आ जाएंगे मम्मा अब साँझ हो गयी पापा कब आएंगे?? मम्मा बोलो ना कब आएंगे बेटा तुम खेल लो आने वाले होंगे फिर से....मम्मा पापा कब आएंगे मम्मा मन में ये सोच रही अंदर-ही-अंदर रो रही इसे मैं कैसे समझाऊं वो तो देश की सेवा में शहीद हो हैं ये बात इससे मैं बोलूं कैसे?? बेटा ये देखो मैं आपके लिए रंग लाई हूँ पिचकारी, गुलाल और देखो कितना समान आप और मैं इनसे मिलकर खेलेंगे गुंजिया,, पापड़ खाएंगे। बेटी खेल में रम गयी मम्मा की भी नम आंखों में आंसू जम गए,,, फिर दोनों खेल में लग गए मम्मा को सब दर्द हंसी में छुपाना पड़ा बेटी को खेल खिलाना पड़ा। जय हिंद जय भारत। 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 #होली #याद #माँ #बेटी #फौजी