ख़्वाबों को भी थकने दो! कुछ पल उन्हें भी! तन्हाईयों में रहने दो! कब तक थोपोगे! अपनी ख़्वाहिशें इन पर! कुछ वक्त इन्हें भी! तसव्वुर से जीने दो😍 ©Deepak Bisht ख़्वाब-ए-तसव्वुर