दूर जाना चाहता था न तू मुझसे, अब खुश तो है न...देख मै दूर हूँ तुझसे। मुकम्मल कर दी मैने तेरी चाहत-ए-जुदाई, दफ़न कर दिया दिल में मेरे ये दर्द-ए-रुश्वाई। रातों में आज भी मुझे नींद कहाँ आती है, बस करवटे बदलते-बदलते रात गुज़र जाती है। आज भी बातों को तेरे खुद में सम्भाल कर रखा है, जिक्र मै इनका कभी खुद से भी नहीं करती। वो हर लम्हा जो तेरे साथ गुज़रा, कभी तुझसे दूर तो कभी तेरे पास गुज़रा। उन लम्हों को कभी फिर से जीने को ज़ी करता था, आज वो सब कुछ दिल में सीने को ज़ी करता है। हमारी बातें, मेरा खयाल, वो गुज़रा लम्हा, कभी तो कुछ तो तुझे भी याद आता होगा ना। सोचती हूँ पर अब तुझे कहाँ वो सब याद होगा, वो यादें अब तुझमे कहाँ मेरे बाद होगा। —The Lost Beats #amrit ©...amrit🍁 #BrokenBeats