हो चली है रात ओर लौट रहे हैं परिंदे घरको हुम् अभी भी पकड़े हुए हैं ये कमबख्त फ़ोन अपने हथो में। न जाने कब नींद का झोंका आजाये ओर हुम् सो जाएं #आज फिर जगा वो सोया हुआ शायर बरसो के बाद।