फिर ना जाने आज ये किसका ख्याल आया है, कौन मुझे रोकना चाह रहा यही सवाल आया है। जिधर जाता हूँ सिर्फ दिल ही दिल नज़र आता है, ये कैसी बंधन जो मेरे पग में बेड़ियाँ पहनाया है। देखता तो हूँ पर मुझे कुछ भी याद नहीं आता है, लगता है इस दिल से कोई बहुत पुराना नाता है। जानी पहचानी खुशबू से किसने मुझे भरमाया है, ये कैसा पवित्र रिश्ता है,जो एक तरफा निभाया है। हक़ीक़त है या ख्वाब दिल मेरा समझ नहीं पाया है, अज़ीज़ था अपना कोई या मेरा ही अपना साया है। The Writer's Magnet आप सभी का इस प्रतियोगिता में स्वागत करता है। आपकी रचना 4 से 10 पंक्तियों तक ही होनी चाहिए। #writersmagnet #wmchallenge #wmjane #yqhindi #yqdidi ✍️ आपकी रचना व्यक्तिगत एवं मौलिक होनी चाहिए। ✍️ समय सीमा - रात्रि 09:00 तक ✍️ कृपया हमारे hashtags बरकरार रखें। ✍️ कृपया collab करने के पश्चात comment में Done करें।