यकीन भी जरूरी है सर झुकाने से पहले ख़ुदा भी देखता है फरियाद में जोर कितना है सब बराबर है उस दर पे जहाँ सर सारे झुकते है फर्क नहीं कौन रहनुमा और कोई कमज़ोर कितना है 🎀 Challenge-188 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 दो पंक्तियाँ, चार पंक्तियाँ या फिर 30 शब्दों में अपनी रचना लिखिए। 🎀 Font छोटा रखिए ताकि वालपेपर खराब न हो।