हर दर्द का हिसाब नहीं, सवाल भी तो है, हर आंसू के पीछे छुपा ख्याल भी तो है। गुज़र जाएगा अंधेरों का ये सफर, हर ठहरी हुई रात में चांद का हाल भी तो है। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर हर दर्द का हिसाब नहीं, सवाल भी तो है, हर आंसू के पीछे छुपा ख्याल भी तो है। गुज़र जाएगा अंधेरों का ये सफर, हर ठहरी हुई रात में चांद का हाल भी तो है।