दिल से रोये मगर होंटों से मुस्कुरा बैठें, यूँही हम उनसे से वफ़ा निभा बैठें। वो हमें एक लम्हां न दे पाए अपने प्यार का, और हम मुक्कमल उम्र उन पर लुटा बैठें।। Karma