तुम्हारी ज़ुल्फ़ें और मेरी गज़ल सदा बेतरतीब ही रहती हैं न तुम कभी ज़ुल्फ़ें सँवार सकीं और न मैं गज़ल को बहर मैं बाँध सका #yqbaba #yqdidi #yqbhaijan #yqquotes #zulfein #ghazal #behar #betarteeb