तन्हाई लिखने को क्या गजब कहते हो, तन्हाई को सफर कहते हो, गर भीड़ मे मिले तो भीड़ कहोगे, गर मंजिल तक पहुचे तो तन्हा रहोगे, भीड़ मे भला कौन मुकम्मल हुवा है , तन्हा ही सफर तय हुवा है मर कर क्या कारवां लेकर जाओगे ? तन्हा आये थे और तन्हा ही राह जाओगे। #shiwangi #तन्हाई