डोर थाम के इश्क की तेरे,मैं बन जाऊँ राझा। रुह जोड़ के उड़ें गगन हम,तू पतंग मैं माझा।। ©ऋतुराज पपनै "क्षितिज" #deeplove #ऋतुराज_पपनै