अजीब ताल्लुक रहा तुमसे , ना जुड़ सका ना टूट सका !! ना गैर कहा ; ना अपना होने दिया!! खुद दूर रहा हमसे , किसी और को हमारा होने ना दिया !! अजीब ताल्लुक रहा तुमसे , ना तुम भूल सके ना हमे भूलने दिया!! ना खुद सुकून से रहा , ना हमे रहने दिया !! अजीब ही ताल्लुक है तुमसे ना खुद आगे बढा ना हमको बढ़ने दिया!! ©Arti Upadhyay अजीब ताल्लुक रहा तुमसे , ना जुड़ सका ना टूट सका !! ना गैर कहा ; ना अपना होने दिया!! खुद दूर रहा हमसे , किसी और को हमारा होने ना दिया !!