भीनी सासों की सुगंध से सुगंधित तुम सरिता में वायूमंडल में तुम बिखरे मौन से तुम चले आते हिदय के अधखीले पुष्प में तुम ओश की बूँद से प्राता स्वपन से ढुलक आते ©Kavitri mantasha sultanpuri #सुगंध_में #KavitriMantashaSultanpuri